| 1. | लेबियम भोजन चूसने में कोई भाग नहीं लेता।
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| 2. | जंभिका तथा लेबियम की स्पर्शिनियों का अभाव रहता है।
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| 3. | लेबियम में कई खंड होते हैं।
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| 4. | मैंडिबल तो चबाने या काटने का कार्य करते हैं, किंतु लेबियम प्राय:
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| 5. | मैंडिबल तो चबाने या काटने का कार्य करते हैं, किंतु लेबियम प्राय:
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| 6. | तीसरी, चौथी और पाँचवी जोड़ी के अवयव विकसित होकर मैंडिबल, मैक्सिला और लेबियम बन जाते हैं।
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| 7. | तीसरी, चौथी और पाँचवी जोड़ी के अवयव विकसित होकर मैंडिबल, मैक्सिला और लेबियम बन जाते हैं।
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| 8. | तीसरी, चौथी और पाँचवी जोड़ी के अवयव विकसित होकर मैंडिबल, मैक्सिला और लेबियम बन जाते हैं।
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| 9. | के मुखभाग मत्कुणगणीय हैं, केवल एक ही अंतर है कि लेबियम दो होते हैं जिनका आपस में समेकन नहीं हुआ है।
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| 10. | इनमें भोजन प्राप्त करने के लिए भी विशेष साधन होते हैं, यथा-ओडीनेटा के निंफों में लेबियम का घूँघट एक जाल का कार्य करता है।
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