साहित्य लगत में लौंडेबाजी का चलन काफ़ी पहले से है।
3.
और लौंडेबाजी का एक पूरा अलग संदर्भ ही है....
4.
में लौंडेबाजी पर चर्चा गर्म है।
5.
अक्सर लौंडेबाजी के चक्कर में हमारे ही मौहल्ले के लड़कों की फिराक में रहते।
6.
चर्चों में लौंडीयाबाजी, लौंडेबाजी होती है/ हो रही है, अन्य भी इसमें लगे हैं उनका कहीं जिक्र नहीं है.
7.
अत्यधिक शराब पीने और, लौंडेबाजी के कारण (शायद कोई गुप्त रोग भी हो)..... उस बाबर की 1530 ईस्वी में...
8.
फ़िराक साहब की इमेज इस तरह प्रचारित थी कि आम तौर पर सब मुशायरों का अंत उनके लौंडेबाजी के किस्सों और उसी पर कहे गए चुटीले शेरों से होता रहा है.
9.
कविजी जिस वकील की प्रेस और वेनगार्ड अखबार में काम करते थे, उसके लौंडेबाजी के किस्सों को लेकर धीरेन्द्र ने एक लम्बी कहानी लिखी थी और उस पर अच्छा खासा हंगामा मचा था।
10.
कविजी जिस वकील की प्रेस और वेनगार्ड अखबार में काम करते थे, उसके लौंडेबाजी के किस्सों को लेकर धीरेन्द्र ने एक लम्बी कहानी लिखी थी और उस पर अच्छा खासा हंगामा मचा था।