| 1. | वर्षा-ऋतु के अंत का भी यही समय है।
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| 2. | वर्षा-ऋतु में पूजती, कोसी को धर ध्यान |
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| 3. | वर्षा-ऋतु फिर आ गई, सरयू बड़ी अथाह
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| 4. | संस्कृत साहित्य में कलिदास का वर्षा-ऋतु चित्रण अप्रतिम है।
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| 5. | मालूम होता है, सुहावनी मनभावनी वर्षा-ऋतु आ गई।
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| 6. | वर्षा-ऋतु संबंधी गीत या कविता 3.
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| 7. | कलिदास का वर्षा-ऋतु चित्रण अप्रतिम है।
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| 8. | वर्षा-ऋतु-आदि कवि वाल्मीकि से लेकर आधुनिक नवगीतकारों तक
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| 9. | वर्षा-ऋतु समाप्तहोने के बाद पौधों की रिंग विधि द्वारा सिचाई करना चाहिये.
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| 10. | वर्षा-ऋतु समाप्तहोने के बाद पौधों की रिंग विधि द्वारा सिचाई करना चाहिये.
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