| 1. | इसका दूसरा पद है “ वश्य ” ।
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| 2. | मोनियर विलियम्स वश्य का अर्थ बताते हैं-“
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| 3. | वर्ण 2. वश्य 3, तारा 4.
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| 4. | मानक के अनुरूप आ वश्य कता
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| 5. | मन वश्य करके जीत दुर्जय काम शत्रु महान् को..
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| 6. | विवाह के संदर्भ में वश्य कूट मिलान का औचित्य (
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| 7. | ॐ नमो नारायणाय सर्व लोकन मम वश्य कुरु कुरु स्वहा.
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| 8. | वर्ण 2. वश्य 3, तारा 4.
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| 9. | नक्षत्र से जातक के वर्ण, वश्य, तारा,...
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| 10. | कहें मुनीश अंधकार-नाश को सुभान हो॥ महंत तोहि जानके न होय वश्य
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