रक्तवाहिनी छेदकर यह वायुकोष्ठिका में प्रवेश करता है और यहाँ से पुन:
2.
रक्तवाहिनी छेदकर यह वायुकोष्ठिका में प्रवेश करता है और यहाँ से पुन:
3.
श्वसन और निःश्वसन, दोनों चरणों के अंत में सुना जाने वाला व्हीज़, आम तौर पर चिपके वायुकोष्ठिका के आवधिक खुलने को दर्शाता है, जैसा कि कुछ बिमारियों में होता है जो फेफड़ों के कुछ हिस्से को नष्ट कर देती है.
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[4] श्वसन और निःश्वसन, दोनों चरणों के अंत में सुना जाने वाला व्हीज़, आम तौर पर चिपके वायुकोष्ठिका के आवधिक खुलने को दर्शाता है, जैसा कि कुछ बिमारियों में होता है जो फेफड़ों के कुछ हिस्से को नष्ट कर देती है.