| 1. | वायुराशि के उत्पत्तिस्थान को स्रोतक्षेत्र (source regions) कहते हैं।
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| 2. | प्रत्येक वायुराशि के जीवन की तीन अवस्थाएँ होती हैं:
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| 3. | वायुराशि के उत्पत्तिस्थान को स्रोतक्षेत्र (
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| 4. | प्रत्येक वायुराशि के जीवन की तीन अवस्थाएँ होती हैं:
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| 5. | परिवर्तन-आक्रांत भूमि के गुणों के अनुसार वायुराशि में परिवर्तन होने की अवस्था।
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| 6. | 1. परिवर्तन-आक्रांत भूमि के गुणों के अनुसार वायुराशि में परिवर्तन होने की अवस्था।
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| 7. | वायुराशि हवा का वह घना भाग है जिसका ताप एवं आर्द्रता एक समान एवं समतल हो।
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| 8. | 3. अस्तित्वहीनता-जब वायुराशि का अस्तित्व समाप्त हो जाता है और नवीन रूप धारण कर लेती है।
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| 9. | 3. अस्तित्वहीनता-जब वायुराशि का अस्तित्व समाप्त हो जाता है और नवीन रूप धारण कर लेती है।
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| 10. | 2. मध्यगत-वायुराशि के निजी मूल गुणों के समाप्त हो जाने पर, आक्रांत भूमि की वायु में परिवर्तन होनेवाली अवस्था।
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