पृथ्वी के उतप्त उच्छ्वासों की तरह वायुमंडल भी गरम भी वाष्पमय हो रहा है-
3.
इसके बजाय, एक बच्चे को एक गरम, वाष्पमय स्नानगृह में बैठने से फायदा हो सकता है।
4.
मेघ से वर्षा पृथ्वी पर आती है और अग्नि के द्धारा पृथ्वी का जल ताप से वाष्पमय होकर, गर्म वायु के साहचर्य से और वहां के ताप से अंतरिक्ष में स्थापित हो जाता है।