यह एक खुले वर्गीकरण को प्रोत्साहन देता है जिसकी विशेषता विजातीयता होती है।
3.
या दूसरे शब्दों में विजातीयता के प्रति आग्रह जीव समुदाय मात्र की मूल चेतना और प्रकृति है.
4.
कि भाषा विजातीय शब्दों, वाक्यों और भावों को इस प्रकार ग्रहण करे कि उसकी विजातीयता हमारी जातीयता के रंग में निमग्न हो जावे।
5.
इस पत्र में यह स्पष्ट होता है कि ‘ बिगुल ' के मार्गदर्शन में मार्क् सवाद से शिक्षित कार्यकर्तागण, साथी पी. पी. आर्य जैसों की लाइन की विजातीयता को किस प्रकार देखते-परखते हैं।