संज्ञा
| व्यर्थ का विवाद या कहासुनी:"इस तरह की वितंडाओं से आखिर तुम्हें क्या मिलता है ?" पर्याय: वितंडा, वितण्डा, वितंडावाद,
| | साधारण सी बात को व्यर्थ की कहा-सुनी में बढ़ा देने की क्रिया :"कुछ लोगों को वितंडावाद में ही आनंद आता है तो क्या कीजिएगा !" पर्याय: वितंडावाद,
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