विदारी चित्रण (disruptive painting) भी छद्मावरण की एक प्रचलित विधि है।
3.
(9) विदारी कंद का रस पीने से फायदा होता है।
4.
इनके स्थान पर अब शतावरी, अश्वगंधा, वराहीकंद और विदारी कंद का प्रयोग हो रहा है।
5.
अगर शक्ति प्राप्त करनी है तो इसके पावडर के साथ गंभारी फल और विदारी कन्द का पावडर मिलाकर एक एक चम्मच सवेरे शाम लें.
6.
जलयान का विदारी चित्रण करने से उसकी प्राकृतिक संरचना रेखाएँ अदृश्य हो जाती हैं, जिससे उसकी दिशा और वेग का निर्धारण करना कठिन हो जाता है।
7.
जलयान का विदारी चित्रण करने से उसकी प्राकृतिक संरचना रेखाएँ अदृश्य हो जाती हैं, जिससे उसकी दिशा और वेग का निर्धारण करना कठिन हो जाता है।
8.
विधारा की जड़, जीरा, विदारी कन्द, शतावरी, तालमखाना, बला की जड़, कौंच के छिलकारहित बीज, अतीस, जावित्री, जायफल, लौंग, भांग के बीज, अजवायन और सफेद राल सब द्रव्य 3-3 ग्राम।
9.
विधारा की जड़, जीरा, विदारी कन्द, शतावरी, तालमखाना, बला की जड़, कौंच के छिलकारहित बीज, अतीस, जावित्री, जायफल, लौंग, भांग के बीज, अजवायन और सफेद राल सब द्रव्य 3-3 ग्राम।
10.
असगन्ध नागौरी और क्षीर विदारी के फल को बराबर मात्रा में लेकर घी में भूनकर रख लें और प्रतिदिन 2 चम्मच चूर्ण मिश्री मिले गर्म गाय के दूध के साथ सुबह-शाम सेवन करें।