| 1. | विधना ऐसी रैन कर, भोर कभी ना होय..
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| 2. | विधना के विधान अनजाने, उसका लिखा कौन पहचाने
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| 3. | हम सब उसी विधना की रची कठपुतलियाँ हैं।
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| 4. | हम सब उसी विधना की रची कठपुतलियाँ हैं।
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| 5. | मन से बोली आत्मा, यह विधना का खेल।
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| 6. | कहता है-विधना के विधान को मत बदलो।
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| 7. | विधना जीवन के घरी जल्दी के दिया पार
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| 8. | विधना की न्यारी लीला लख मति चकराई है।
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| 9. | विधना के आलेख को, कौन सका है बांच।
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| 10. | लेकिन विधना की कूची से पंखुड़ियां छितरा जाती हैं
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