| 1. | धीरे-धीरे प्रकृति की विरलन प्रक्रिया पौधों में
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| 2. | ‘बच्चन ' के काव्य में विरलन का अध्ययन
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| 3. | अन्तरसस्य क्रियाओं में विरलन और रिक्त स्थानों को भरना शामिल है।
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| 4. | डा. सुनील दत्त हरिवंशराय बच्चन के काव्य में विरलन का अध्ययन/55
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| 5. | संकुचन और विरलन की घटनायें प्रकृति की द्वंद्वात्मकता का इजहार है।
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| 6. | शेष भाग पत्रिका में.............. हरिवंशराय ‘बच्चन' के काव्य में विरलन का अध्ययन डा.
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| 7. | बीज दर में थोड़ी सी वृध्दि कर बाद में पौध संख्या में विरलन करें।
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| 8. | परन्तु भूकम्पों में `पी ' तरंगे कुछ वेधशालाओं पर सम्पीडन और कुछ पर विरलन बतलाती हैं.
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| 9. | धीरे-धीरे प्रकृति की विरलन प्रक्रिया पौधों में अंतराल पैदा कर देती है जिससे अंतत:
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| 10. | पदबन्ध, वाक्य तथा प्रोक्ति द्वारा स्पष्ट करता है, तब उसे विरलन के अन्तर्गत माना जाता है।
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