चार फांसियां-दो खर्सन में, एक विल्नो में और एक आडेसा में।”
2.
चार फांसियां-दो खर्सन में, एक विल्नो में और एक आडेसा में।
3.
चार पफांसियां-दो खर्सन में, एक विल्नो में और एक आडेसा में।” इस लेख में आगे कहा गया कि १८८० के दशक में देश में एक जल्लाद था, लेकिन १९०८ में अनेकों दिवालिया दुकानदार जल्लादी काम के लिए अपनी सेवाएँ दे रहे हैं और बदले में सैकड़ों रूबल पाकर अपने