| 1. | ' ह्रीं' इस मायाबीज से सद्रूपा महालक्ष्मी विवक्षित हैं।
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| 2. | समाधान-क्योंकि यह विवक्षित (इच्छित) नहीं है।
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| 3. | सत्यता का निश्चय करना विवक्षित नहीं रहता,
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| 4. | ' चामुण्डाये' शब्द से मोक्षकारणीभूत निर्विकल्पक ब्रहमाकार वृत्ति विवक्षित है।
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| 5. | सादृश्य विवक्षित है इसलिए उपमा व्यंग्य है।
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| 6. | ↑ आरोप से भ्रमात्मक ज्ञान विवक्षित है।
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| 7. | विशेष्यता के व्यधिकरण धर्म अन्य पद से विवक्षित है।
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| 8. | ' क्लीं' इस कामबीज से परमानंद स्वरूपा महाकाली विवक्षित हैं।
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| 9. | पुरुष शब्द से “आत्मा” ही विवक्षित है।
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| 10. | पुरुष शब्द से “आत्मा” ही विवक्षित है।
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