| 1. | माखनलाल चतुर्वेदी जी का कहना है कि वैष्णववाद एक विद्रोह था।
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| 2. | ↑ सान्तिलता देई, डेल सान्तिलता, उड़ीसा में वैष्णववाद (1988) पी. 167
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| 3. | माखनलाल चतुर्वेदी जी का कहना है कि वैष्णववाद एक विद्रोह था।
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| 4. | इस गांधीवाद और वैष्णववाद के साथ ही वे सामाजिक क्रांतिकारी भी थे।
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| 5. | इस गांधीवाद और वैष्णववाद के साथ ही वे सामाजिक क्रांतिकारी भी थे।
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| 6. | माखनलाल जी के वैष्णववाद का इस तरह विद्रोह से तालमेल बैठता है।
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| 7. | माखनलाल जी के वैष्णववाद का इस तरह विद्रोह से तालमेल बैठता है।
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| 8. | सवाल है-उनके वैष्णववाद से इस विद्रोह और समाजवाद का तालमेल कैसे बैठता है?
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| 9. | सवाल है-उनके वैष्णववाद से इस विद्रोह और समाजवाद का तालमेल कैसे बैठता है?
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| 10. | अपनी एक टिप्पणी में वे लिखते हैं-मै कहूंगा कि यह वैष्णववाद भी विद्रोह है।
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