वे जानती हैं मनुष्य की क्षुद्र और नश्वर दुनिया के बहुत से तथ्य अपनी सूक्ष्म नाकों से भी वे सूँघ सकती हैं चीनी और चावल के दानों की उपस्थिति हर बार सुराग लग ही जाता है उन्हें मेज़ के नीचे फैले अन्न-कणों का हर बार मालूम होता है वहाँ से चीटियों को अपने घर का सबसे छोटा रास्ता वे व्यस्ततापूर्वक उस पर चल पड़ती हैं और कभी पलट कर नहीं देखती