संज्ञा
| किसी वस्तु आदि का आगे की ओर निकला हुआ पतला भाग:"दुर्योधन ने श्रीकृष्ण से कहा कि बिना युद्ध के सूई की नोक के बराबर ज़मीन भी पांडवों को नहीं दूँगा" पर्याय: नोक, नोंक, अणी, अनी, शोशा, पालि,
| | / श्याम सफलता के शिखर पर पहुँच गया है" पर्याय: शिखर, चोटी, चूड़ा, चूल,
| | बालों का वह गुच्छा जो हिंदू लोग सिर के ऊपरी मध्य भाग में रखते हैं:"आज-कल के अधिकांश हिंदू चुटिया नहीं रखते" पर्याय: चुटिया, चुटइया, शिखापाश, चोटी, चुंदी, चुरकी, चूला, चिरकी, चिरुकी, शिफा, शिखंडिका, सटा,
| | साड़ी, दुपट्टे आदि का वह भाग जो कंधे पर रहता है:"बेटे ने माँ की साड़ी का आँचल पकड़ रखा है" पर्याय: आँचल, छोर, पल्ला, पल्लू, अँचरा, अंचल, अँचला, अचरा, आँचर, दामन, शुक, युतक,
| | दीपक की लौ :"सीमा दिये की लौ को बढ़ा रही है" पर्याय: लौ, टेम, दीपशिखा, दीप शिखा,
| | मुर्गे, मोर आदि के सिर पर का पर या मांसल आकर्षक भाग:"मुर्गे के सिर पर लाल रंग की कलगी होती है" पर्याय: कलगी, कँगूरा, कंगूरा, तुर्रा, चोटी, शिरोवल्ली, ताज, चूड़ा,
| | एक औषधीय वनस्पति :"जटामासी की सुगंधित जड़ बहुत ही गुणकारी होती है" पर्याय: जटामासी, बालछड़, जटाला, जटावती, जटामाँसी, जटामांसी, मिषिका, भूतकेश, मृगभक्षा, जटि, वह्विनि, शिफा, अमृतजटा, सुलोमनी, सुलोमशा, नंदिनी, नन्दिनी, नकुली, आमिषी, भूतजटा, नलद, नलदा, यवफल,
| | एक औषधीय वनस्पति की सुगंधित जड़:"जटामासी का उपयोग विभिन्न प्रकार की औषधों के निर्माण में होता है" पर्याय: जटामासी, बालछड़, जटाला, जटावती, जटामाँसी, मिषिका, मृगभक्षा, जटि, वह्विनि, शिफा, अमृतजटा, सुलोमनी, सुलोमशा, नंदिनी, नन्दिनी, नकुली, भूतजटा, नलद, नलदा, यवफल,
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