| 1. | यह स्थिर एवं शीर्षोदय होकर वायु तत्व प्रधान है।
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| 2. | -लग्न में शीर्षोदय राशि हो।
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| 3. | शीर्षोदय राशि के कारण मुंह पर सब बोल देता है।
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| 4. | यह राशि चर होकर शीर्षोदय है।
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| 5. | यह शीर्षोदय राशि है, इसका तत्व जल एवं धातु कफ है।
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| 6. | शीर्षोदय राषि के कारण समलैंगिक या अप्राकृतिक मैथुन से सर्वथा दूर रहता है।
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| 7. | शीर्षोदय उदय के कारण पृष्ठभाग से मैथुन नहीं करते और न समलिंगी होते हैं।
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| 8. | छेद या बिल वाला स्थान, विष, शीर्षोदय राशि, चौड़ी, फैली हुई आंखें तथा छाती।
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| 9. | पाप राशि, दिनबली, शीर्षोदय, देखने में सुंदर, प्रतिभावान, क्षमाशील स्वभाव का होता है।
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| 10. | सूदूर देशों में भ्रमण करने वाली यह राशि वैष्य जाति की शीर्षोदय और विषयी स्वभाव वाली मानी जाती है।
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