| 1. | वहाँ शुक्राशय द्रव इनमें मिल जाता है।
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| 2. | दोनों शुक्राशय मूत्रनली के पुरस्थ भाग में खुलते हैं।
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| 3. | दोनों शुक्राशय मूत्रनली के पुरस्थ भाग में खुलते हैं।
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| 4. | वहाँ शुक्राशय द्रव इनमें मिल जाता है।
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| 5. | शेष शुक्र द्रव्य शुक्राशय एवं प्रोस्टेट से रिश्ता है.
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| 6. | प्रॉस्टेट ग्रंथि तथा शुक्राशय आदि के लिये मलाशय परीक्षा करनी चाहिए।
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| 7. | प्रॉस्टेट ग्रंथि तथा शुक्राशय आदि के लिये मलाशय परीक्षा करनी चाहिए।
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| 8. | शुक्राशय, वातवाहिनी नाडी और गुर्दों पर इसका गुणकारी प्रभाव पड़ता है.
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| 9. | ग्रंथि तथा शुक्राशय होते हैं और ये सब जननक्रिया में काम आते हैं।
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| 10. | प्रॉस्टेट, शुक्राशय, या अंडाशय, गर्भाशय तथा मलाशय में भी उठ सकती है।
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