| 1. | बुद्ध के धर्म को शून्यवादी कहा गया है।
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| 2. | यह अवमूल्यन कैसे होता है और यह शून्यवादी (नाइलिस्टिक)
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| 3. | इसलिए बुद्ध को लोगों ने शून्यवादी कहा।
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| 4. | तो कहीं मैं मूलतः शून्यवादी तो नहीं? लगता नहीं।
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| 5. | यही कारण है कि हाइडेगर अध्यात्मवाद को शून्यवादी (नाइलिस्टिक) कहता है.
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| 6. | शंकर से पहले बौदध शून्यवादी ऐसी ही व्याख्या कर चुके थे।
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| 7. | औद्योगिक संगीत और रिवेटहेड उपसंस्कृति स्वभाव से अत्याधिक शून्यवादी (नाइलिस्टिक) हैं.
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| 8. | ब्लैक मेटल और डेथ मेटल संगीत अक्सर शून्यवादी (नाइलिस्टिक) विषयों पर ज़ोर देते हैं.
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| 9. | ‘‘ बौद्धों की शून्यवादी और विज्ञानवादी विचारधाराओं के श्रोत ग्रंथ आखिर वेदांतिक उपनिषद ही थे।...
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| 10. | यह विचार इतना प्रसिद्ध हुआ कि बौद्धों या नास्तिकों को ही शून्यवादी कहा जाने लगा।
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