इस आरोपित व्यवस्था में साम्राज्यवादी समूह के सामाजिक आधार हैं इस देश के बड़े सरमायादार, बड़े व्यापारी, बड़े ठेकेदार, शेयर-दलाल और सट् टेबाज, राजनीतिक पार्टियों के चोटी के नेता, बड़े अपराधी और माफिया, नौकरशाह, बहुराष्ट्रीय निगमों के प्रबन्धक, कुछ अपवादों को छोड कर सभी शीर्षस्थ बुद्धिजीवी, कलाकर तथा लाखों की पगार पाने वाले शीर्षस्थ मीडियाकर्मी और पत्राकार।