| 1. | कोशिकीय श्वसन-क्रिया की निम्न प्रमुख अवस्थाएँ हैं।
|
| 2. | ये ट्रांसफैट कोशिकीय श्वसन-क्रिया को बुरी तरह प्रभावित करते हैं।
|
| 3. | श्वसन-क्रिया करती रही, विभाजित होती रही और खमीरीकरण भी नहीं हुआ।
|
| 4. | पाइरुवेट और NADH श्वसन-क्रिया की आगे की अवस्थाओं में काम आते हैं।
|
| 5. | साथ ही मानव-निर्मित एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे विटामिन्स आदि भी श्वसन-क्रिया में व्यवधान पैदा करते हैं।
|
| 6. | • खमीरीकरण की अपेक्षा श्वसन-क्रिया को बाधित करना आसान है क्योंकि श्वसन ज्यादा जटिल प्रक्रिया है।
|
| 7. | वैज्ञानिकों की श्वसन-क्रिया तथा ऊर्जा (Energy) ही अध्यात्मिकों का अजपा-जाप तथा ज्योति रूप आत्मा है।
|
| 8. | इस क्रिया के लिए ऑक्सीजन जरूरी नहीं होती है, या यह श्वसन-क्रिया की अवायवीय अवस्था है।
|
| 9. | श्वसन-क्रिया जितनी मंद और सूक्ष्म होगी उतना ही मंद जीवन क्रिया के क्षय होने का क्रम होगा।
|
| 10. | उन्होंने हाइड्रोजन सायनाइड और कार्बन-मोनो-ऑक्साइड पर भी शोध की और बताया कि ये श्वसन-क्रिया को बाधित करते हैं।
|