| 1. | श्वासनली-शोथ तीव्र या चिरकालिक हो सकता है।
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| 2. | श्वासनली-शोथ के उपचार में कुछ ख़ास सब्जियों के रस बहुमूल्य पाए गए हैं।
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| 3. | हम दमा, श्वासनली-शोथ और वातस्फीति के लिए इन्हीं व्यायामों का प्रयोग करते हैं।
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| 4. | श्वासनली-शोथ फेफड़े के श्वास-नली अथवा वायु मार्ग के सूजन की ओर संकेत करता है।
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| 5. | प्रदूषण जितना ही अधिक होगा, चिरकालिक श्वासनली-शोथ की दर भी उतनी ही अधिक होगी।
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| 6. | चिरकालिक श्वासनली-शोथ के मामले में, यह स्नान सप्ताह में दो बार लिया जा सकता है।
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| 7. | श्वासनली-शोथ के अधिकांश मामलों में, कंठनली, श्वास-प्रणाल तथा श्वास-नलिकाएँ तीव्र रूप से शोथग्रस्त हो जाती हैं।
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| 8. | तीव्र श्वासनली-शोथ के बार-बार आक्रमण और दोषपूर्ण आहार आदतों के कारण रोग चिरकालिक बन जाता है।
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| 9. | तीव्र श्वासनली-शोथ बहुधा सामान्य सर्दी जुकाम के प्रतिफल के रूप में या इंफ्लुएंजा के हमले के परिणामस्वरूप हो सकते हैं।
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| 10. | चिरकालिक श्वासनली-शोथ के मामले में, उपचार के आरंभ में मरीज पाँच से सातदिनों के लिए पूर्ण फलाहार अपना सकता है।
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