-जगमोहन सिंह, चमन लाल (' भगत सिंह और उनके साथियों के दस्तावेज ` के संकलनकर्त्ता)
2.
जब वे आपस में किसी प्रसंग पर बात-चीत अथवा झगड़ा करने लगती हैं, तब उनकी वाणी में कहावतों, मुहावरों की प्रायः एक झड़ी सी लग जाती है, किन्तु संकलनकर्त्ता को यहाँ इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे जो कु नो करें, उसकी जानकारी स्रोत वक्ताओं को न होने पाये, अन्यथा वक्ताओं की वाणी का प्रवाह अवरुँद्ध होने लगेगा।