मैं पाठकों को यह सूचना देते हुए कोई विश्वासघात नहीं कर रहा हूं कि ऐसी कुवांरी लड़कियां है, जिन पर आसानी से किसी भी बात का प्रभाव पड़ सकता है और जो स्कूल-कॉलेजों में पढ़ती है, परन्तु जो बड़ी उत्सुकता से संतति-निग्रह के साहित्य और पित्रकाओं का अध्ययन करती है और जिनके पास उसके साधन भी मौजूद हैं ।