अर्थशास्त्र में किसान (पेजेंट) और खेतिहर (फार्मर) दो एक दूसरे से भिन्न संपृक्तार्थ वाले शब्द हैं यद्यपि आम बोलचाल में इन्हें उसी तरह पर्यायवाची मान लिया जाता है जैसे 'मूल्य' और 'कीमत' या 'माल' और 'वस्तु' को।
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अर्थशास्त्र में किसान (पेजेंट) और खेतिहर (फार्मर) दो एक दूसरे से भिन्न संपृक्तार्थ वाले शब्द हैं यद्यपि आम बोलचाल में इन्हें उसी तरह पर्यायवाची मान लिया जाता है जैसे ‘ मूल्य ' और ‘ कीमत ' या ‘ माल ' और ‘ वस्तु ' को।