| 1. | संवेशन (रती-क्रीड़ा के आसन) ।
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| 2. | संवेशन प्रकार में उन क्रियाओं का वर्णन है जिनका सामान्यतया शिष्टसमाज इस्तेमाल करता है।
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| 3. | संवेशन प्रकार में उन क्रियाओं का वर्णन है जिनका सामान्यतया शिष्टसमाज इस्तेमाल करता है।
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| 4. | संवेशन प्रकार में उन क्रियाओं का वर्णन है जिनका सामान्यतया शिष्टसमाज इस्तेमाल करता है।
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| 5. | \ ' संवेशन विधि प्रकरणम्\' नामक अध्याय में दो तरह की संभोग क्रियाओं की चर्चा की है इनमें एक है संवेशन प्रकार और दूसरा है चित्ररत ।
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| 6. | \ ' संवेशन विधि प्रकरणम्\' नामक अध्याय में दो तरह की संभोग क्रियाओं की चर्चा की है इनमें एक है संवेशन प्रकार और दूसरा है चित्ररत ।
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| 7. | \ ' संवेशन विधि प्रकरणम्\' नामक अध्याय में दो तरह की संभोग क्रियाओं की चर्चा की है इनमें एक है संवेशन प्रकार और दूसरा है चित्ररत ।
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| 8. | \ ' संवेशन विधि प्रकरणम्\' नामक अध्याय में दो तरह की संभोग क्रियाओं की चर्चा की है इनमें एक है संवेशन प्रकार और दूसरा है चित्ररत ।
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| 9. | ' संवेशन विधि प्रकरणम् ' नामक अध्याय में दो तरह की संभोग क्रियाओं की चर्चा की है इनमें एक है संवेशन प्रकार और दूसरा है चित्ररत ।
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| 10. | ' संवेशन विधि प्रकरणम् ' नामक अध्याय में दो तरह की संभोग क्रियाओं की चर्चा की है इनमें एक है संवेशन प्रकार और दूसरा है चित्ररत ।
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