का प्रयोग करके) के लिए प्रयोग में लाया जाता है जबकि शब्द “नमूना मानक विचलन” संशुद्ध आकलनकर्ता (
2.
संशुद्ध देवनागरी लिपि मेँ वे सब अक्षर मौजूद हैँ जिससे भारत की हर भाषा अभिव्यक्त की जा सकती है.
3.
उन सभी को उनने आश्वासन दिया कि वे भी सतत प्रयासरत रहें, ज्ञान का लाभ प्राप्त करें-गायत्री साधना का आश्रय लें, उपासना के साथ आराधना को भी समन्वित करें-क्रमशः “ संशुद्ध किल्बिषः ”
4.
ध्यान दें कि शब्द “नमूने का मानक विचलन” असंशुद्ध आकलनकर्ता (N का प्रयोग करके) के लिए प्रयोग में लाया जाता है जबकि शब्द “नमूना मानक विचलन” संशुद्ध (N − 1 का प्रयोग करके) के लिए प्रयोग में लाया जाता है.