| 1. | क. नित्य संसारी: सांसारिक चक्र में बद्ध।
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| 2. | धन-साधन युक्त मगर मत समझो संसारी हैं प्रस्तुतकर्ता
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| 3. | करम रोग समुझै नहीं, यह संसारी जीय ॥२१॥
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| 4. | जीव द्रव्य की द्वै दशा, संसारी अरु सिद्ध।
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| 5. | इस तथ्य को संसारी आदमी नही समझ सकते।
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| 6. | क. नित्य संसारी: सांसारिक चक्र में बद्ध।
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| 7. | जौहरी समझदार, इज्ज़तदार और संसारी जीव था।
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| 8. | पहला मोक्ष यानी संसारी दुःख का अभाव बर्ते।
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| 9. | संसारी तु छ िवषय की माँग मत करो।
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| 10. | परन्तु जो संसारी किस्म के गुरु हैं ।
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