अलेक्स: सचमुच! क्या हुआ? मैने सुना है आजकल यह बहुत मुश्किल है।
4.
करेन: सचमुच! कार्ल: हे, तुम्हें एक मिनट के लिए होल्ड करना होगा, कोई दूसरी लाइन पर कॉल कर रहा है।
5.
सोचता हूं, सचमुच! किसी फ़ील्ड में एक्सिलेंस के लिए कई बार हमें दुनिया और दुनियादारी से कितनी दूर होना पड़ता है...
6.
यदि आप एक तेज़ सिर दर्द है, एक दर्द पीठ या लगातार अनिद्रा, तो राहत अपने खुद के पिछवाड़े में सही हो सकता है-सचमुच!
7.
“जरा तू ही बता ऐ दिल सुकूं पाने कहां जायें...” सचमुच! नज़्म तो आकर दो-तीन दफ़ा पढ़ चुका था, कुछ कहने को शब्द नहीं संजो पा रहा था।
8.
उनको खुश रखो, वरना तुमसे नाखुश ‘ वो ' कहीं और चला गया तो देवी जी, तुम क्या कर लोगी? हां री मैया, सचमुच! और हमारी खुशी-नाखुशी? ये लो.
9.
कहा, “अरे, आपने लिखना क्यों बंद कर दिया? आप तो बढ़िया लिखते हैं...” कुछ देर तक मैं भी सोचता रहा, सचमुच! क्या वाकई उसने ईमानदारी से ये बात कही या फिर यूं ही मेरी तरह मूड बना और फ़ोन उठा कर मुझसे बात कर ली!