1. समुच्चयबोधक के दो भेद हैं-1. समानाधिकरण समुच्चयबोधक। 2. के करीब समानाधिकरण में केवल प्लाज्मा झिल्ली क्षेत्रों 3. प्रक्रियाओं के द्वारा या सीधे समानाधिकरण द्वारा. 4. समुच्चयबोधक के दो भेद हैं-1. समानाधिकरण समुच्चयबोधक।2. व्यधिकरण समुच्चयबोधक। 5. 13) समानाधिकरण की वृत्ति विकसित होती…समता बढ़ने लगती.. 6. समानाधिकरण समुच्चयबोधक के भेद-समानाधिकरण समुच्चयबोधक चार प्रकार के होते हैं-(क) संयोजक।7. समानाधिकरण समुच्चयबोधक के भेद-समानाधिकरण समुच्चयबोधक चार प्रकार के होते हैं-(क) संयोजक। 8. समानाधिकरण समुच्चयबोधक के भेद-समानाधिकरण समुच्चयबोधक चार प्रकार के होते हैं-(क) संयोजक।(ख) विभाजक।9. समानाधिकरण समुच्चयबोधक के भेद-समानाधिकरण समुच्चयबोधक चार प्रकार के होते हैं-(क) संयोजक।(ख) विभाजक। 10. समुच्चयबोधक के दो भेद हैं-1. समानाधिकरण समुच्चयबोधक। 2. व्यधिकरण समुच्चयबोधक।