वे सर्वव्याप्ति का बोध हमारे भीतर जगाते हैं, पर कुछ याद रखने लायक रंग-बंदिशों के साथ।
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वे सर्वव्याप्ति का बोध हमारे भीतर जगाते हैं, पर कुछ याद रखने लायक रंग-बंदिशों के साथ।
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वे सर्वव्याप्ति का बोध हमारे भीतर जगाते हैं, पर कुछ याद रखने लायक रंग-बंदिशों के साथ।
4.
सार्वजनिक समुदाय के सांस्कृतिक चिन्तन रुपों की सर्वव्याप्ति में विश्वास (पार्थ चटर्जी, सबाल्टर्न स्टडीज 6, 1989) भी ऐसी ही तत्वमीमांसीय समस्या है।
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इसकी विस्तृताधारीय सर्वव्याप्ति की अभिव्यक्ति श्लोकसंग्रह में हुई जो एक अपूर्व संग्रह है तथा सभी राष्ट्रों एवं सभी युगों के धर्मग्रंथों में अपने प्रकार की प्रथम कृति है।
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इसकी विस्तृताधारीय सर्वव्याप्ति की अभिव्यक्ति श्लोकसंग्रह में हुई जो एक अपूर्व संग्रह है तथा सभी राष्ट्रों एवं सभी युगों के धर्मग्रंथों में अपने प्रकार की प्रथम कृति है।
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इसकी विस्तृताधारीय सर्वव्याप्ति की अभिव्यक्ति श्लोक संग्रह में हुई, जो एक अपूर्व संग्रह है तथा सभी राष्ट्रों एवं सभी युगों के धर्म ग्रंथों में अपने प्रकार की प्रथम कृति है।
8.
ईश्वर के द्वारा रिक्त छोड़ दी गयी जगह की जिम्मेदारी ले लेने के बाद चूँकि अब मनुष्यता खुद ही अपनी सर्वव्याप्ति हैं, इसलिए मनुष्यत्व एकमात्र निर्देष-विधि बन गया है और वह सम्प्रभु हैं.