| 1. | ये सब यौगिक सल्फोनैमाइड वर्ग के कहे जाते हैं।
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| 2. | ये सब यौगिक सल्फोनैमाइड वर्ग के कहे जाते हैं।
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| 3. | ये सब यौगिक सल्फोनैमाइड वर्ग के कहे जाते हैं।
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| 4. | (च) सल्फोनैमाइड और सल्फोन-१ ९ ३ ० ई.
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| 5. | (च) सल्फोनैमाइड और सल्फोन-१९३० ई. में यह देखा गया कि प्रोंटोसिल (
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| 6. | (च) सल्फोनैमाइड और सल्फोन-१९३० ई. में यह देखा गया कि प्रोंटोसिल (prontosil) नामक लाल रंग में शाकाणु या वैक्टीरिया के मारने के गुण विद्यमान हैं।
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