माओवादी विचारधारा को मानने वाली सभी पार्टियाँ निर्विवाद रुप से जनवाद को अपना न्युनतम कार्यक्रम और समाजवाद को अधिकतम कार्यक्रम मानती हैं और उसे हासिल करने के लिए सशस्त्रसंघर्ष, सर्वहारा वर्ग का अधिनायकत्व और निरन्तर क्रान्ति के तीन सिद्धान्तों को स्वीकार करती है।