इस लिए वह उसे लाइ डिटेक्टर टेस्ट, पोलिग्रफ्य टेस्ट, नार्को टेस्ट जैसी पीड़ा दायक प्रक्रियाओं से नहीं गुज़रना चाहते, यह अत्याचार तो उन्होंने साध्वी प्रज्ञा, दयानंद पाण्डेय और प्रोहित जैसे महान लोगों पर किया था और इतना किया था की हमारे भूतपूर्व गृहमंत्री व उपप्रधानमंत्री या यूँ कहिये की प्रधानमंत्री बन्ने के इच्छुक लाल कृष्ण अडवाणी अत्यन्त बेचैन हो गए और उन्होंने इस समस्या पर प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह से मिलना आवयशक समझा परन्तु संभवत: लाल कृष्ण अडवाणी जी के सहदेशवासी होने का लाभ प्राप्त हुआ कसाब को......