और उनकी कविता अपने भोगे-जाने यथार्थ के प्रति गहरी आसक्ति के बावजूद भाषा और अभिव्यक्ति में एक साफ़-सुथरापन लिए है जो प्रकारांतर से इधर की कविता में उन्हें विशिष्ट भी बनाता है।
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सुंदर चन्द ठाकुर और उनकी कविता अपने भोगे-जाने यथार्थ के प्रति गहरी आसक्ति के बावजूद भाषा और अभिव्यक्ति में एक साफ़-सुथरापन लिए है जो प्रकारांतर से इधर की कविता में उन्हें विशिष्ट भी बनाता है।
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सुंदर चन्द ठाकुर और उनकी कविता अपने भोगे-जाने यथार्थ के प्रति गहरी आसक्ति के बावजूद भाषा और अभिव्यक्ति में एक साफ़-सुथरापन लिए है जो प्रकारांतर से इधर की कविता में उन्हें विशिष्ट भी बनाता है।