संज्ञा
| नौ प्रकार की भक्तियों में से वह जिसमें उपासक अपने देवता को बराबर याद करता रहता है:"कुछ भक्त काम करते हुए भी प्रभु का स्मरण करते रहते हैं" पर्याय: स्मरण, नाम स्मरण, संस्मरण,
| | किसी देवता के मंत्र, नाम या वाक्य का बार-बार किया जानेवाला उच्चारण:"वह प्रतिदिन सुबह उठकर जप करता है" पर्याय: जप, जाप, नाम स्मरण, अहुत,
|
|