इस प्रकार नये और पुराने माहौल सजीव, वास्तविक और सुरसंगति के साथ घटने-बढ़ने वाले होते हैं।
2.
उसे इन तमाम मिले-जुले स्वरों में एक अद्भूत सुरसंगति सुनायी देती, गनीमत थी कि मां उसे गिरजाघर नहीं ले जाती, क्योंकि वहां जब वाद्ययंत्र और घंटियें की झंकार गूंजती तो बालक की आंखे धुंधली और नम हो उठती और एक ऐसीचमक से दमकने लगतीं मानो वे किसी दूसरी ही दुनिया की रोशनी से प्रदीप्त हो उठी हों.
3.
उसे इन तमाम मिले-जुले स्वरों में एक अद्भूत सुरसंगति सुनायी देती, गनीमत थी कि मां उसे गिरजाघर नहीं ले जाती, क्योंकि वहां जब वाद्ययंत्र और घंटियें की झंकार गूंजती तो बालक की आंखे धुंधली और नम हो उठती और एक ऐसीचमक से दमकने लगतीं मानो वे किसी दूसरी ही दुनिया की रोशनी से प्रदीप्त हो उठी हों.