विनिगर अंगूर से बनाई गई एक प्रकार की विशुद्ध शराब थी जिसमें एल्कोहल या सुरासार की जरा सी भी मात्रा नहीं थी।
2.
रोगी के बेहोशी को रोकने के लिए उसे धीरे-धीरे एक प्याला गर्म चाय या गर्म दूध या थोड़ा सुरासार पानी में मिलाकर सेवन कराना चाहिए।
3.
मरीज को बिना चोकर की रोटी, शक्कर, मलाई, परिशोधित अनाजों, चावल, उबले हुए आलू, पुडिंग, तथा कचौरी, तेज चाय अथवा कॉफी, सुरासार वाले पेय पदार्थों, मसालों, अचारों, सॉसों या अन्य तथाकथित पाचन-सहायक तत्वों से परहेज करना चाहिए।
4.
रोगी को स्ट्रोफैन्थस हिस्पिडस औषधि के मूलार्क की लगभग 7-7 बूंदों का सेवन कराने से रोगी का जी मिचलाने लगता है और इसी के साथ सुरासार (शराब) को देखते ही रोगी का जी खराब हो जाता है।