| 1. | रक्त शोधक तथा पुष्टिप्रद और स्तम्भक है ।
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| 2. | इसके पत्ते उत्तेजक एवं स्तम्भक माने जाते हैं ।
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| 3. | इसके पान (पत्तों) का रस उत्तम स्तम्भक है ।
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| 4. | फल और बीजों की गिरी पाचक और सामान्य स्तम्भक है ।
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| 5. | पीपल की छाल स्तम्भक, रक्त संग्राहक और पौष्टिक होती है ।
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| 6. | ‘ ह्लीं ॐ स्वाहा ' से हो पूर्ण, पावन स्तम्भक बगला मंत्र!!13!!
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| 7. | स्तम्भक, वेदना स्थापक, धातुवर्द्धक, बालों की वृद्धि, श्वासनलिका तथा अन्य अंगों की सूजन……. ….
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| 8. | इसके फल रुचिकारक, मधुर, स्तम्भक, भारी, दोषनाशक और स्वादिष्ट हैं ।
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| 9. | अष्टावक्र बोले कि आठ वसु हैं तथा यज्ञ के स्तम्भक कोण भी आठ होते हैं।
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| 10. | अष्टावक्र बोले कि आठ वसु हैं तथा यज्ञ के स्तम्भक कोण भी आठ होते हैं।
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