| 1. | हमारी समकालीन राजनीति यथा स्थितिवाद की वस्तु है।
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| 2. | हमारी समकालीन राजनीति यथा स्थितिवाद की वस्तु है।
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| 3. | कवि को सबसे अधिक कष्ट यथा स्थितिवाद से है।
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| 4. | प्रो. रामबक्ष ने आगे बताया कि आज का समय यथा स्थितिवाद का समय प्रतीत होता है।
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| 5. | स्थितिवाद (Situationism): वह सिणंत जिसके अनुसार व्यक्ति के बाहर की स्थितियों और परिस्थतियों में उसके व्यवहार को बभावित करने की शक्ति होती है।
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| 6. | एनएसी का प्रस्ताव वास्तव में सरकार की विजय है जो बहुत कुछ करते तो दिखना चाहते हैं, लेकिन वास्तव में यह यथा स्थितिवाद से ज्यादा कुछ नहीं।
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