संज्ञा
| सारे शरीर में फैली हुई बहुत सूक्ष्म रज्जु की भाँति संरचना जिससे स्पर्श, शीत, ताप, वेदना आदि की अनुभूति होती है:"स्नायु के उचित रूप से काम न करने पर पक्षाघात का रोग होता है" पर्याय: स्नायु, स्नु, तंत्रिका, तन्त्रिका, तंत्री, तन्त्री, नाड़ी, नस, नर्व,
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