“यह ऊर्जा नृत्य विनाश तथा रचना की स्पंदमान लयात्मक अनंत प्रक्रिया है।
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यह ऊर्जा नृत्य विनाश तथा रचना की स्पंदमान लयात्मक अनंत प्रक्रिया है।
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3. स्पंदमान चाप पी ए (PA)-ये स्पंदित होकर और दमककर कुछ ही सेकंड में लुप्त हो जाते हैं।
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जिनके परिणामस्वरूप बिहार ने, एक स्पंदमान (वाइब्रेन्ट) और वैश्विक प्रतियोगी औद्योगिक अर्थव्यवस्था बनने की राह पर चलना शुरू कर दिया है।
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(ख) किरणसंरचना न प्रदर्शित करनेवाली ज्योति-इसके अंतर्गत समांग चाप (homogeneous arcs), समांग पट्ट (bands), और स्पंदमान (pulsating) पृष्ठ हैं।
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उपर्युक्त वर्णित विविध प्रकार की ज्योतियों में संरचनायुक्त या संरचनाविहीन चाप, पट्ट और परिच्छद ही अधिक सामान्य हैं, जबकि स्पंदमान पृष्ठ और किरणें बहुत कम दिखाई पड़ती हैं।
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उपर्युक्त वर्णित विविध प्रकार की ज्योतियों में संरचनायुक्त या संरचनाविहीन चाप, पट्ट और परिच्छद ही अधिक सामान्य हैं, जबकि स्पंदमान पृष्ठ और किरणें बहुत कम दिखाई पड़ती हैं।
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8. स्पंदमान पी एस (P S) या स्पंदहीन डी एस (D S) विसरित दीप्तिमय पृष्ठ-यह अनिश्चित आकार और स्पष्ट सीमाओं का दीप्त मेघ सा दिखाई पड़ता है।