कोई स्पर्श्य या मूर्त वस्तु नही है यह तो केवल एक अनभूति या एहसास है एक
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प्यार तो एक ऐसी सुखद अनुभूति है एक ऐसी मधुर सुगंध है जिसे प्रेमी-प्रेमिका कस्तूरी की भांति एक दुसरे के मन मे ढूंढते रहते है प्यार कोई स्पर्श्य या मूर्त वस्तु नही है यह तो केवल एक अनभूति या एहसास है एक ऐसा एहसास जिस मे सिर्फ असीम आनंद प्राप्त होता है …