| 1. | हालांकि स्वरोच्चारण कम कड़ा, कठोर या स्वरात्मक हो सकता है.
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| 2. | के रूप में जानी जाती थी, को सरलीकृत करके एकल स्वरात्मक (
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| 3. | 8859-7 केवल स्वरात्मक वर्तनी का समर्थन करता है और यूनिकोड वर्तनी का.
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| 4. | केवल स्वरात्मक वर्तनी का समर्थन करता है और यूनिकोड बहुस्वरात्मक वर्तनी का.
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| 5. | किए-किये, नई-नयी, हुआ-हुवा आदि मेँ से पहले स्वरात्मक रूप का ही प्रयोग किया जाए.
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| 6. | किए-किये, नई-नयी, हुआ-हुवा आदि मेँ से पहले स्वरात्मक रूप का ही प्रयोग किया जाए.
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| 7. | मध्यम के साथ मिल कर स्वरात्मक व सहयोगी क्रियाकलाप होंगे तो मालकौंस का स्वरूप कायम रहेगा।
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| 8. | किए-किये, नई-नयी, हुआ-हुवा आदि मेँ से पहले स्वरात्मक रूप का ही प्रयोग किया जा ए.
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| 9. | “ जहाँ ' य ' शब्द का ही मूल तत्व हो, वहाँ स्वरात्मक परिवर्तन की आवश्यकता नहीँ है.
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| 10. | वो कहते हैं-संगीत है-रागात्मक, स्वरात्मक, शब्दात्मक, वर्णात्मक, तालात्मक, लयात्मक, सरस आत्मक।
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