| 1. | साक्षात्कार की वस्तु सह-अस्तित्व स्वरूपी अस्तित्व ही है।
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| 2. | दिग्भ्रमित राजपूत युवाओं के लिए अमृत स्वरूपी श्री...
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| 3. | सह-अस्तित्व स्वरूपी सत्य की समझ ही ज्ञान है।
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| 4. | क्योंकि सह-अस्तित्व स्वरूपी अस्तित्व में जागृति निश्चित है।
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| 5. | सह-अस्तित्व स्वरूपी सत्य हमको सभी को प्राप्त है।
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| 6. | अनुभव सह-अस्तित्व स्वरूपी अस्तित्व में होता है।
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| 7. | समझदारी का स्त्रोत सह-अस्तित्व स्वरूपी अस्तित्व है।
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| 8. | सह-अस्तित्व स्वरूपी अस्तित्व को समझना, और जीवन को समझना।
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| 9. | “जानने” की वस्तु सह-अस्तित्व स्वरूपी अस्तित्व है।
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| 10. | इस विचार धारा को अंजना जी ने स्वरूपी जामा
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