| 1. | हर्षण योग बहुत ही शुभ माना गया है.
|
| 2. | पुराणों को उन्होंने अपने शिष्य रोम हर्षण को पढ़ाया।
|
| 3. | पुराणों को उन्होंने अपने शिष्य रोम हर्षण को पढ़ाया।
|
| 4. | पुराणों को उन्होंने अपने शिष्य रोम हर्षण को पढ़ाया।
|
| 5. | 14. हर्षण (harshand)
|
| 6. | चन्द्रमा जिस नक्षत्र में हो उस नक्षत्र के साथ अगर हर्षण (
|
| 7. | इसमें मन को अहित विषयों से रोकना तथा हर्षण, आश्वासन आदि उपाय हैं.
|
| 8. | इसमें मन को अहित विषयों से रोकना तथा हर्षण, आश्वासन आदि उपाय हैं।
|
| 9. | इसमें मन को अहित विषयों से रोकना तथा हर्षण, आश्वासन आदि उपाय हैं।
|
| 10. | 07: 38 बजे तक, तदंतर हर्षण योग प्रारंभ होकर अर्धरात्रियोत्तर 05:19 बजे तक उदित रहेगा, तत्पश्चात वज्र योग प्रारंभ.
|