एकत्रित करते, हिमयान के पूर्व दर्रों को पार कर जाते तथा जाड़े के आरम्भ
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आक्रामक पतझड़ के ठीक पूर्व अपनी सेनाओं को एकत्रित करते, हिमयान के पूर्व दर्रों को पार कर जाते तथा जाड़े के आरम्भ में जब आसमान नीला रहता, और हवा ; अलसी, हरे गेहूं और ईख की गंध से सुगंधित और शीतल रहती।