| 1. | जो १८० से १९० दिन में पकती है।
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| 2. | साल मे अभी और १९० दिन बाकी है।
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| 3. | हरिखेजेना ॥ १९० ॥ आपणचि विश्व जाहला ।
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| 4. | वेल्हाळपणें ॥ १९० ॥ विशिष्टां व्रतांचे फोक ।
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| 5. | योजना के अंतर्गत वर्ष १९८९-९० में १९०.
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| 6. | हेंही नेणें ॥ १९० ॥ वणवा मियां आघवा ।
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| 7. | हिन्दी पदावली-पद १८१ से १९०
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| 8. | यह पृष्ठ १९० बार देखा गया है
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| 9. | अयोध्या काण्ड-दोहा १८१ से १९०
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| 10. | अंक १९० १२२. श्री शोभित जैन अंक १८८ १२३.
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