वे हिंदू धर्म-ग्रंथ जो मानव-रचित व वेदों से निम्न कोटि के माने जाते हैं:"पुराण, रामायण आदि की गणना स्मृति में होती है"
अंतःकरण या मन की वह वृति या शक्ति जो उसे किसी चीज या बात का बोध कराती, उसमें कोई धारणा उत्पन्न करती अथवा कोई स्मृति जाग्रत करती है:"मैंने उन्हें एक बार देखा तो है पर उनकी आकृति अभी ध्यान में नहीं आ रही है" पर्याय: ध्यान, ख़याल, खयाल, ख़्याल, ख्याल, याद, सुध, सुधि, तसव्वुर, तसव्वर, तसौवर, नज़र, नजर,
कोई ऐसा ग्रंथ जिसके पाठ आदि का क्रम परम्परा से किसी नियमित और निश्चित रूप से चला आ रहा हो:"धर्मशास्त्र से सबंधित उन्नीस संहिताएँ हैं" पर्याय: संहिता,